मुस्कुराहटें बिखेरो जहान मै,
प्यार के फूल खिलेंगे,
मीठी बोली, बोलो जहान में,
खुशी के बोल मिलेंगे,
आज जो सोच लिया सब अपने,
अपने ही लोग मिलेंगे,
सब अपने जैसे यहाँ पर,
अपने जैसे ही मिलेंगे,
दायरों में क्या जीना,
सहारे और मिलेंगे,
साथ में चलना ही अच्छा,
मंजिल की ओर बढ़ेगें,
खुशी यहाँ सबकी ही चाहिए,
सबके लिए काम करेगे,
जिंदगी बेहतर हो सबकी,
किसी के चेहरे पर उदासी ना छाए,
और बढ़िया हो जीवन,
कोई यहाँ दुःख में न जीये,
खुशी का माहौल हो हर घर में,
जिंदगी जो चाहे वो पाए,
सपने देखे भी जग मे,
सपने पूरे करते भी जाए,
विधाता ने दिया सबको,
सबको देता वही जाए,
सबके लिए दुआएँ,
सब खुशहाल हो जाए l
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