क्या जीवन है, कैसा जीवन,
क्यों जीवन है मुश्किल में,
चिंताएँ क्यों लोगों के मन में,
क्यों पीड़ाए है लोगों के दिल में,
क्यों नहीं लोग शुकून से जीते,
क्यों नही लोग जीने देते हैं,
क्यों भय का माहौल बने,
और क्यों नहीं हँसने देते हैं,
हर कोई यहाँ जीये प्रेम से,
चाहे जन हो या प्राणी,
उसकी दुनियाँ, उसका जीवन,
फिर कैसी मनमानी,
प्यार भरा हो सीने में तो,
खुशियाँ संग आयेगी,
प्यार से ही तो इस दुनियाँ में,
खुशियाँ बहुत आयेगी,
जो सोचे अच्छा जग में,
जीवन हो उजियारा,
झूठ, लालच, कपट छोड़कर,
जीवन बहुत ही प्यारा,
प्यारी धरती, प्यारा अंबर,
प्यारा लगे जहान ये,
मनमानी का दौर छोड़के,
न्यारा लगे जहान ये,
जीयो खुशी से,
जीने दो सबको,
यही बड़ा है नारा,
प्यार से बदलो अपना जीवन,
प्यार से बदलो, जहान ये सारा l
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