बहुत ज्यादा सोचने का क्या फायदा,
बहुत ज्यादा मन सिकोड़ने का क्या फायदा,
कभी तो खुल कर जीया करें,
कभी तो मन को आरं दिया करें,
बहुत ज्यादा अपनी किस्मत को,
कोसने का क्या फायदा l
कभी तो बेफिक्र होकर जीये यहाँ,
कभी तो आजाद होकर जीये यहाँ,
कभी तो मन को साफ रखे,
कभी तो अपने दिल को साफ रखे,
बहुत ज्यादा खुद को,
तड़फाने का क्या फ़ायदा l
जिंदगी ऐसी बढ़िया मिली है,
फिर ना मिलेगी दोबारा,
सारे सपने यही सच हो सकते,
ऐसा वक्त नही मिलेगा दोबारा,
बहुत ज्यादा खुद को,
सताने का क्या फायदा l
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